अंक 30वर्ष 4जुलाई 2011

क्रम

-- हरिहर पौडेल

 

वह किराए पर किताबें लिखता है।

 

किताब लिखता है और बेच देता है। खरीददार अपने नाम से छपवाता है।

 

उसके लिखे कितने ही किताब बड़े बड़े पुरस्कारों से नवाजे गए हैं। कई पाठ्यपुस्तकों के रूप में रखे गए हैं। जिसके नाम से छपे हैं, उनको नाम और दाम दोनों मिले हैं।

 

उसका किराए पर किताब लिखना बदस्तूर जारी है।

***

नेपाली से अनुवादः कुमुद अधिकारी

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