अंक 29वर्ष 3जुलाई 2010

माँ का चेहरा

                            -मंजुल

माँ का चेहरा

एक महाकाव्य है

 

संगीतमय सुंदर पंक्तियों से सजा हुआ

अर्थपूर्ण वाक्यों से निर्मित

माँ का चेहरा

एक महाकाव्य है

 

आँसूओं की अनंत गाथाएँ

यातना, पीड़ा और विरह की कथाएँ

माँ का चेहरा

एक महाकाव्य है

 

सुबह है, खुसी है,

मुसकान भी है, सृजना भी है

माँ का चेहरा

एक महाकाव्य है

 

प्रकृति और ब्रह्मांड,

ब्रह्मांड के रूप में माँ

माँ के रूप में प्रकृति

माँ की उपस्थिति

एक महाकाव्यका वाचन है

 

माँ का चेहरा

एक महाकाव्य है

उनकी संताने

उन्हीं में समाहित सर्ग हैं।

 

माँ का चेहरा

एक महाकाव्य है।

¯¯¯

 

नेपाली से अनुवादः कुमुद अधिकारी

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